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SENSATIONS translated by Shyamal K Majumder 17/11/2016

SENSATIONS Sensations never perish As long as sensations are alive We thrive. Moment by moment Treasurable reveries Enfolded in lap of time Are adulation of the Creator. অনুভূতি-অনুভব অনুভূতি-অনুভব কখনো মুছে যায় না যতক্ষণ আমাদের সংবেদনশীলতা থাকে অক্ষুণ্ণ এবং আমরা হই ঋদ্ধ। প্রতিমুহূর্তের আনন্দ- উচ্ছাস-পরমানন্দ যা আমাদের স্রষ্টার মনোরঞ্জনের ব্যাপার মাত্র সব সময়ের মোড়কে হয় আবদ্ধ। My favourite poem from my e book MAIDEN STEP, translated by Shyamal kumar Majumder ji from Bangladesh

पंजाब टुडे मेरी हिंदी कविता 'इन्द्रधनुष ' का डॉ अमरजीत कौंके द्वारा किया गया पंजाबीअनुवाद प्रकाशित....

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कैनेडा से निकलने वाली पंजाबी पत्रिका  " पंजाब टुडे " में हिंदी के चुनिंदा कवियों  मोहन सपरा, सुशांत सुप्रिय, अलका सिन्हा, राजेन्द्र परदेसी, नीलिमा शर्मा, आरती तिवाड़ी व् राजवंत राज की कविताओं के साथ ही साथ मेरी हिंदी कविता 'इन्द्रधनुष '  का डॉ अमरजीत कौंके  द्वारा किया गया  पंजाबीअनुवाद प्रकाशित.... शुक्रिया डॉ अमरजीत कौंके और पंजाब टुडे टीम...   Heartiest thanx Dr  Amarjeet Kaunke  for this commendable effort and congrats to Panjab Today team. Congrats to all the poets who had the honour of getting their poems translated by your mighty pen

RECOGNITION translated by Subir Majumder

RECOGNITION After getting acquainted With our countenance Why we glance in mirror Mirror reflects an image of Our physical identity Where do we find Recognition of our Mental embodiment   Rajni Chhabra স্বীকৃতি সুবীর মজুমদার (A translated work of the poem RECOGNITION by Rajni Chabra) lআমার মুখশ্রী আমার অজানা নয়। তবু বার বার আয়নায় মুখ দেখা। সেটা তো শরীরেরই প্রতিচ্ছবি কোন সে আয়না যাতে পাব খুঁজে মনের রূপের স্বীকৃতি । 2/11/2016